लाउडस्पीकर बजाकर की दुकानदारी, तो होगी कार्यवाही
बेतिया-एक जमाना था जब डुगडुगी बजाकर दुकानदार अपना सामान बेचा करते थे।धीरे- धीरे समय बदला और अब लाउडस्पीकर की मदद से सामान बेचने का काम शुरू हुआ, लेकिन ऐसा लगता है कि लाउडस्पीकर के माध्यम से शोरगुल कर सामान बेचने वालों के दिन अब नरकटियागंज में लदने वाले हैं। दरअसल प्रशासन ने इनके लिए सख्त निर्देश दिया है। ऐसे कारोबारियों के खिलाफ पुलिस ने कार्यवाही शुरू कर दी है। एसडीपीओ अमन कुमार ने बताया कि ये कानूनन गलत है और इस प्रकार से व्यवसाय करने का बढ़ावा नही दिया जाएगा। अनुमंडल क्षेत्र के सभी थानाध्यक्षों को इस बाबत निर्देश दिया गया है कि वैसे कारोबारियों को चिन्हित कर उनके बाजा व वाहनों को जब्त करें।खासकर वैसे कारोबारी जो स्कूल, अस्पताल व अन्य सार्वजनिक स्थलों पर बाजा बजाकर सब्जी, फल, मशाला, रेडिमेड कपड़ा व अन्य सामानों की बिक्री कर रहे हैं उनके खिलाफ कार्रवाई की जाय। एसडीपीओ के इस निर्देश के बाद थानाध्यक्षों ने कारोबारियों को चिन्हित करने का कार्य भी शुरू कर दिया है। शहर के ऐसे कई कारोबारी हैं जिन्हें चिन्हित किया गया है और उनके खिलाफ कार्रवाई की जानी है। बता दें कि इन ठेला व अन्य वाहनों पर धड़ल्ले से सब्जी, फल, मशाला आइटम व अन्य सामानों की बिक्री लगातार बाजा बजा कर की जा रही है। ऐसे में आम लोगों को भारी परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है। सबसे अधिक परेशानी उन बच्चों को उठानी पड़ रही है जिनके स्कूल के बगल में ही लगातार बाजा बजाया जा रहा है। नगर के शिवगंज स्कूल के पास,सरकारी अस्पताल के पास ऐसे ठेला वालों और दुकानदारों से अधिक परेशानी हो रही है। अब चूंकि पुलिस प्रशासन द्वारा इस बाबत कड़े कदम उठाए जा रहे हैं तो निश्चित ही आम लोगों को इस परेशानी से निजात मिलने की संभावना प्रबल दिखाई दे रही है।
बता दें कि लगातार हो रहे ध्वनि प्रदूषण से इंसान के स्वास्थ्य पर प्रतिकूल असर पड़ रहा है। अगर यही हाल रहा तो शहरी क्षेत्र में बहरापन, ब्लड प्रेशर और हार्ट अटैक जैसी बिमारियों में बढ़ोतरी हो सकती है। लगातार सुनाई देने वाली आवाजों से खून गाढ़ा हो जाता है और हार्ट अटैक जैसी बिमारी से इंसान ग्रसित हो जाता है। वहीं कान के परदे का फटना और इयर सेल्स के काम करने की क्षमता भी कम हो जाती है और इंसान को कुछ भी सुनाई नहीं देता। लगातार हो रहे ध्वनि प्रदूषण से कई ऐसे लोग हैं जो विचलित हो उठते हैं और वे कई बीमारियों की जद में आ जाते हैं।
बता दें कि लगातार हो रहे ध्वनि प्रदूषण से इंसान के स्वास्थ्य पर प्रतिकूल असर पड़ रहा है। अगर यही हाल रहा तो शहरी क्षेत्र में बहरापन, ब्लड प्रेशर और हार्ट अटैक जैसी बिमारियों में बढ़ोतरी हो सकती है। लगातार सुनाई देने वाली आवाजों से खून गाढ़ा हो जाता है और हार्ट अटैक जैसी बिमारी से इंसान ग्रसित हो जाता है। वहीं कान के परदे का फटना और इयर सेल्स के काम करने की क्षमता भी कम हो जाती है और इंसान को कुछ भी सुनाई नहीं देता। लगातार हो रहे ध्वनि प्रदूषण से कई ऐसे लोग हैं जो विचलित हो उठते हैं और वे कई बीमारियों की जद में आ जाते हैं।
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